नींव के पत्थर ऐसे होते हैं जो किसी को भले न दिखें लेकिन उनपर पूरी शानदार इमारत खड़ी होती है। पिछली पोस्ट मे इस ब्लाग के द्वारा सभी देश के नागरिकों से अनुरोध किया गया था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई मे सक्रिय रूप से भागीदार बनें और भ्रष्टाचार के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें, हम सादर धन्यवाद देना चाहते हैं कि मैनपुरी से श्री शिवम मिश्रा जी ने बड़ी लगन और समर्पण के साथ इस लड़ाई मे अपना योगदान दिया और सबसे पहले तमाम लोगों के हस्ताक्षर करवा कर ई-मेल से भेजा है... हम शिवम मिश्रा जी की इच्छाशक्ति, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को नमन करते हैं।
2 comments:
ब्रहमपाल जी ... क्या कहूँ ... समझ नहीं आ रहा है ... पर इतना जानता हूँ कि मैं इस सम्मान का हक़दार नहीं हूँ ... इस के सच्चे हक़दार आप है और आपका परिवार !
यह भी यहाँ साफ़ करना चाहूँगा यह सारे हस्ताक्षर करवाने में मेरा योगदान तो ना के बराबर था ... यह सब ३ बाल गोपालों की महेनत है ... शोभित मिश्रा, रजत चतुर्वेदी और अंशुल मिश्रा ! यह लोग अभी भी लगे हुए है और लोगो से हस्ताक्षर करवाने में ... जैसे ही इनके फॉर्म मेरे पास आ जायेंगे मैं आपको भेज दूंगा ! यहाँ मैं आपके साथ साथ श्री पदम् सिंह जी का भी आभार व्यक्त करना चाहूँगा ... मुझे मौका देने के लिए कि इस मुहीम में मैं भी भाग ले सकूँ !
जय हिंद !
भ्रष्टाचार के विरुद्ध शिवम मिश्रा जी की सार्थक प्रस्तुति
आभार
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एक तिनका जो डूबते देश को बचाने में लगा है... क्या आप साथ हैं?